कभी भिक्षु बनने की चाह में एकांत जीवन बिताने वाले ऐसे शख्स को देश का मंत्री बनते देखना हैरानी की बात होती है। अपनी इच्छा और आशाओं को त्यागकर छोटी सी कुटिया में गुजर-बसर करने वाले ओडिशा के सांसद प्रताप चंद्र सांरगी जब मोदी सरकार पार्ट-2 में शपथ ले रहे थे, तब देशभर के लोग चौंक गए।
लोगों को उम्मीद नहीं थी कि ओडिशा से सांसद पद के अरबपति उम्मीदवार को शिकस्त देकर संसद का सफर तय करने वाला यह शख्स मंत्री पद की शपथ भी लेगा। उन्हें तो समाज के प्रति समर्पण और जनसेवा के भाव ने मोदी कैबिनेट में पहुंचा दिया।
प्रताप सारंगी के लिए हुई तालियों की गड़गड़ाहट
राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में एक भव्य समारोह में मोदी व उनके मंत्रिमंडल के 57 सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। प्रताप चंद्र सारंगी ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में केंद्रीय राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। अपनी साधारण वेशभूषा और सफेद दाढी से सादा जीवन उच्च विचार रखने वाले प्रताप चंद्र सारंगी जब शपथ ले रहे थे, तब वहां मौजूद लोगों ने उन्हें काफी चीयर किया।

इतना ही नहीं, इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी प्रताप चंद्र सारंगी के लिए तालियां बजाई थीं। 64 वर्षीय प्रताप चंद्र सारंगी को मोदी कैबिनेट का सबसे गरीब मंत्री कहा जा रहा है। वह अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। कहा जाता है कि सारंगी ने कभी भिक्षु बनने की चाह रखी थी और वह एकांत जीवन बिताना चाहते थे लेकिन समाज के प्रति समर्पण और जनसेवा का भाव उनको मोदी मंत्रिमंडल में ले आया।
अरबपति प्रत्याशी को हराया
सारंगी के जीवन का अधिकतर समय आरएसएस से जुड़ा रहा है। 17वीं लोकसभा चुनाव में उन्होंने ओडिशा के बालासोर सीट से अरबपति बीजद प्रत्याशी रविन्द्र कुमार जेना को 12, 956 मतों से हरा दिया है। बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सारंगी को ओडिशा का मोदी भी कहा जाता है।
वह दो बार ओडिशा विधानसभा के लिए चुने जा चुके हैं। लोगों से मिलने और चुनाव प्रसार में जनता से जुड़ने के लिए प्रताप चंद्र सारंगी ने साइकिल से सफर तय किया है और ज़रूरत पड़ने पर ऑटो रिक्शा भी किराए पर लिया था।
आपराधिक मामलों में भी है सारंगी का नाम
प्रताप चंद्र सारंगी का नाम कई आपराधिक मामलों में आ चुका है। चुनाव सुधारों पर नज़र रखने वाली संस्था नैश्नल इलेक्शन वॉच और एडीआर (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्स) के मुताबिक सारंगी के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने, वैमनस्य पैदा करने समेत अन्य धाराओं में कुल 7 मामले दर्ज़ हैं।
आपको बता दें कि प्रताप चंद्र सारंगी को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में राज्य मंत्री और पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय में राज्य मंत्री की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रताप चंद्र सारंगी के विरोधी एक तरफ जहां कार से चलते हैं। वहीं, दूसरी ओर वह साइकिल का प्रयोग करते देखे जाते हैं। यह पहला मौका नहीं है जब प्रताप चंद्र सारंगी ने लोकसभा चुनाव लड़ा हो। उन्होंने साल 2014 में भी लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें इसी रबींद्र कुमार जेना ने हरा दिया था। राष्ट्रीय चुनाव लड़ने से पहले सारंगी 2004 से 2014 तक ओडिशा विधानसभा के सदस्य रहे हैं।

मोदी के मंत्रिमंडल में इस तरह के चेहरे का आकस्मिक आना ना सिर्फ आम लोगों के भाग्य का उदय करता है, बल्कि एक नागरिक के तौर पर मेरे लिए भी सुखद है। नामुमकिन को मुमकिन करने वाली मोदी सरकार ने उन लोगों की उम्मीदों पर चार चांद लगा दिए हैं, जिन्हें लगता था सब कुछ सम्पन्न होने के लिए पैसे और ऊपर तक पहुंच होनी चाहिए।
आपकी कामयाबी के लिए ज़रूरी नहीं कि आपके पास पैसों की पोटली और बड़े तबके के लोगों तक पहुंच हो। अपने जीवन में चल रहे संघर्षों से जूझना, जन-सेवा से लेकर त्याग और समाज के प्रति समर्पण की भावना आपको बुलंदी तक पहुंचा सकती है। बस ज़रूरत है एक सही सकारात्मक नज़रिये की।
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