मैंने पूर्व में भी एक लेख लिखा था, जिसमें मैंने टाईम मैगज़ीन पत्रिका में देश के प्रधानमंत्री के प्रति नकारात्मक टिप्पणी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उस पत्रिका के संदर्भ में मैंने अमेरिका को लेकर अपने विचार दिए थे। मैं इसे लेकर बिल्कुल भी अचंभित नहीं हूं। भारत के बढ़ते प्रभुत्व के आगे अमेरिका का व्याकुल होना स्वाभाविक है। अभी दो दिन पहले ही फ्रांस ने भारत को संयुक्त राष्ट्र संघ में स्थायी सदस्यता...
↧