जब आधी दुनिया जंग के खुमार में सराबोर हो उस वक्त मोहब्बत अगर दिलों में कहीं महदूद रह जाती है, तो यह जीत होगी इंसानियत के पक्षधर दुनिया के अमनपसंद लोगों की। उन अमनपसंद लोगों की, जिन्होंने मज़हब, जातीयता और राष्ट्रीयता की संकरी दीवारों के परे दुनिया को देखने की हिमाकत करने की ठानी। राष्ट्रवाद के नाम पर पिछली शताब्दी में लड़े गए दो विश्वयुद्ध से हम कितना कुछ सीख पाएं हैं? राष्ट्रवाद के नाम पर दुनिया...
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