धर्म समाज का अभिन्न हिस्सा है तथा राजनीति भी समाज से जुड़ी हुई है। इस संदर्भ में धर्म और राजनीति के बीच एक सम्बन्ध प्रतीत होता है। भारतीय राजनीति धर्म केन्द्रीत है। भारतीय राजनीति में धर्म का उपयोग ठीक उसी तरह से होता है, जिस तरह से भोजन में नमक का। हमारे प्राचीन ग्रंथों में धर्म का उल्लेख बड़े स्तर पर देखने को मिलता है। उपनिषद में “सर्वधर्म समभाव” की बात गंभीरता से की गई है, जिसका मतलब समाज के सभी...
↧