बचपन में सातवीं-आठवीं जमात में विज्ञान की किताब द्वारा पढ़ने को मिला कि पेड़-पौधों में भी जीवन होता है। वे भी सांस लेते और छोड़ते हैं। यही नहीं, सूर्य की किरणों के प्रकाश में पेड़ अपना भोजन भी बनाते हैं। सच कहूं तो सर चकरा गया। समझ में नहीं आने पर ये बातें स्कूल टीचर तक जा पहुंची लेकिन उनके पास यह बताने के लिए समाधान नहीं थे कि क्या पेड़ों को लेकर किताबों में लिखी ये बातें सच हैं या नहीं? जगदीश चंद्र...
↧