प्रज्ञा का अर्थ बुद्धि और समझ से है लेकिन राजनीति में प्रज्ञा ने अपना अर्थ खो दिया है। यह समझदारी से नासमझी में तब्दील हो गई हैं। पुरानी कहावत है कि राजनीति या तो प्रज्ञा को मार देती है या उस पर नासमझी का पर्दा डाल देती है। इन दिनों राजनीति में भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर का यही रूप देखने को मिल रहा है। भारतीय जनता पार्टी, प्रज्ञा ठाकुर के बयानों से लाख दूरी बना ले लेकिन समाज का एक पूरा...
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