उत्तरप्रदेश में चुनावी सरगर्मियों के बीच समाजवादी पार्टी की राजनीतिक कलह से बेपरवाह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाजपा पर तीखे हमले जारी हैं। ममता ने अब कहा है कि यूपी में जीत चाहे किसी की भी हो लेकिन भाजपा को एक भी वोट नहीं मिलना चाहिए।
नोटबंदी को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ सबसे तेज मोर्चा खोलने वाली ममता बनर्जी ही रही हैं और ऐसा माना जा रहा है कि राजनीतिक हालात ठीक रहे तो वो समाजवादी पार्टी या बहुजन समाज पार्टी की तरफ से यूपी में चुनाव प्रचार करने की भी इच्छुक हैं। वैसे उनका ये चुनाव प्रचार किसी पार्टी के पक्ष में कम और भाजपा के विरोध में ज्यादा होगा।
ममता बनर्जी इस समय भाजपा के विरोध में सबसे आगे नजर आने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं और शायद सबसे आगे हैं भी। नोटबंदी के विरोध में उन्होंने कोलकाता, लखनऊ और दिल्ली तक में प्रदर्शन किए।
दिसंबर के आरंभ में कोलकाता में टोलप्लाजा पर सेना की तैनाती को लेकर भी ममता बनर्जी ने भारी हल्ला मचाया था और उसे अपनी सरकार का तख्ता पलटने की कोशिश तक बताया था।
ममता बनर्जी की दिलचस्पी उत्तर प्रदेश में काफी दिख रही है क्योंकि वे जानती हैं कि इस सबसे बड़े राज्य में कमजोर किए बिना भाजपा को परास्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने नवंबर में लखनऊ में नोटबंदी के खिलाफ सभा भी की थी जिसमें उत्तर प्रदेश के मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया था।समाजवादी पार्टी के झगड़े पर वो कुछ भी कहने से बच रही हैं और उनका पूरा जोर भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने पर है। ममता ने कहा है कि मोदी सरकार मायावती को धमकी दे रही है और नोटबंदी के फैसले का विरोध करने वाले हर व्यक्ति और पार्टी को धमकी दे रही है।
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार केवल झूठ और अफवाह फैला रही है और गोएबेल्स के सिद्धांतों पर यकीन करती है।ममता बनर्जी ने रोज वैली चिटफंड घोटाले में अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के सांसद तापस पाल की गिरफ्तारी के पीछे भी राजनीतिक बदले का ही कारण बताया है। आक्रामक रुख अपनाते हुए उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि ‘मोदी बाबू, यदि आप चाहते हैं तो मेरे सारे विधायकों और सांसदों को गिरफ्तार कर लीजिए। हमें समन करने की जरूरत नहीं है, हम तैयार हैं, लेकिन हमें झुकाया नहीं जा सकता।”
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि रोज वैली से तो भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो और रूपा गांगुली भी जुड़े हुए थे, लेकिन कार्रवाई केवल तृणमूल के नेताओं पर हो रही है। भाजपा सरकार के बारे में ममता ने कहा कि भाजपा वाले हर दिन गलतियाँ कर रहे हैं और ऐसी ही गलतियों के कारण उसकी बिहार में हार हुई थी। तमिलनाडू में मुख्य सचिव के आवास पर छापा मारे जाने के पीछे भी ममता बनर्जी ने नोटबंदी के विरोध का ही कारण बताया।
ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी पर बनी समिति के अध्यक्ष आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू हैं लेकिन अगर नायडू भी मोदी सरकार के खिलाफ बोलेंगे तो वो उन पर भी छापा मार सकती है।
बहरहाल, मोदी विरोध की प्रतीक बनती जा रही ममता बनर्जी का ये आह्वान कि ‘उत्तरप्रदेश में भाजपा को एक भी वोट नहीं मिलना चाहिए’, काफी लोकप्रिय हो सकता है।
The post यूपी वालों भाजपा को एक भी वोट मत देना: ममता बनर्जी appeared first and originally on Youth Ki Awaaz, an award-winning online platform that serves as the hub of thoughtful opinions and reportage on the world's most pressing issues, as witnessed by the current generation. Follow us on Facebook and Twitter to find out more.