उचित पोषाहार, समय पर भोजन और शुद्ध पानी नहीं मिलने के कारण बच्चे कुपोषित हो रहे हैं। कुपोषण के मामले में बिहार के आंकड़े दिल दहला देने वाले हैं। 2018 में जारी एनएफएचएस की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 50% बच्चों को कुपोषण के परिणाम स्वरूप बौनेपन का शिकार बताया गया है। सरकार की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में कुल 45.3% बच्चे कुपोषित हैं। बिहार के 38 में से 23 ज़िलों में कुपोषण की स्थिति बेहद गंभीर है।
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