“क्या नीतीश कुमार अब बिहारी अस्मिता से ऊपर हो गए हैं?”
बिहार में बहार हो, नीतीशे कुमार हो! तनु वेड्स मनु जैसी फिल्मों में अपनी खूबसूरत लेखनी से कई गाने देनेवाले मधेपुरा निवासी राजशेखर जी की कलम से निकला था ये नारा। ये नारा 2015 के बिहार विधानसभा चुनावों...
View ArticleThe Outcry Over Fuel Prices Is Benefiting The Opposition, Not Consumers
I am not sure, whether or not the consumers are even nominally satisfied with the rate cuts of petrol and diesel. Earlier this weeFinance Minister Arun Jaitley announced a Rs. 2.50/ litre cut on diesel...
View ArticlePM Modi Lookalike Abhinandan Pathak Disappointed With BJP, Decides To Join...
Abhinandan Pathak, PM Narendra Modi lookalike, announced his decision to quit Bhartiya Janata Party (BJP) and join the Indian National Congress (INC), earlier this week. Pathak was an ardent follower...
View ArticleProposed Port Development In Goa Threatens To Wipeout Fishing Communities
Sagarmala, a project designed to modernise India’s ports, threatens to wipe out the livelihoods of fisher folk in Goa. A public hearing on the matter will be held on 5 October, 2018. Fishing is the...
View Articleक्या बिहार दलितों, आदिवासियों के लिए सुरक्षित नहीं है?
बिहार में दलितों पर हमले की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। 3 अक्टूबर को नवादा ज़िले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के खेड़ा गांव में पानी के विवाद को लेकर दबंगों ने 3 लोगों पर गोलिया बरसाई, जिसमें दो...
View Articleक्या 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी को वोट नहीं देंगे सवर्ण?
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में जब मोदी लहर में भाजपा को प्रचंड बहुमत प्राप्त हुआ था तब उसमें सवर्ण वोटरों की भी बड़ी अहम भूमिका रही थी। सवर्णों को आमतौर पर भारतीय जनता पार्टी का पारंपरिक वोटर माना जाता...
View Articleमोदी से लड़ते-लड़ते राहुल को भगवान क्यों याद आने लगे हैं?
मान सरोवर यात्रा के बाद जब राहुल गांधी अपने निर्वाचन क्षेत्र अमेठी पहुंचे तब प्रदेश काँग्रेस नेताओं ने कहा कि भारतीय परंपरा के मुताबिक तीर्थ यात्रा के बाद श्रद्धालु पहले अपने घर पहुंचता है। अमेठी में...
View Articleसुशासन बाबू बिहार की जनता के साथ मज़ाक क्यों कर रहे हैं?
बिहारवासियों को लेकर आमतौर पर यही सोचा जाता है कि अन्य राज्यों के लोगों के मुकाबले उनमें अधिक राजनीतिक समझ होती है। वैसे उनके लिए दबे ज़ुबान में यह भी कहा जाता है कि ये लोग लोकतंत्र के पर्व पर ‘जाति का...
View Articleक्या नरेंद्र मोदी की रैली की वजह से चुनाव आयोग को बदलना पड़ा प्रेस कॉन्फ्रेंस...
मौजूदा वक्त में ना सिर्फ काँग्रेस ही अपने बुरे दौर से गुज़र रही है बल्कि अन्य विपक्षी दल भी काफी कमज़ोर से दिखाई पड़ रहे हैं। उनके पास चेहरे के तौर पर ना तो मोदी का कोई विकल्प है और ना ही अमित साह जैसा...
View Article“इन वजहों से 2019 में चलेगा नरेंद्र मोदी का जादू”
भाइयों और बहनों, 2019 आने में अब सिर्फ तीन महीने बचे हैं इसका मतलब है लोकसभा चुनाव आने वाले हैं। इन दिनों कहीं भी जाओ हर जगह सिर्फ एक ही बात चर्चा का विषय बनी हुई है कि क्या मोदी जी एक बार फिर से देश...
View Articleहरियाणा में आम आदमी पार्टी के पास क्यों नहीं है कोई कद्दावर नेता?
2019 के चुनावों को लेकर हरियाणा में इन दिनों सियासी पारा उबाल पर है। जैसे-जैसे समय नज़दीक आ रहा है वैसे-वैसे हरियाणा की राजनैतिक पार्टियों की डफलियां तेज़ हो रही हैं। भले ही डफली बजाने वालों के चेहरे...
View Articleकिसानों को डराकर आंदोलन खत्म कराने वाली सरकार की यह कैसी मंशा?
किसानों को हमारे देश का भाग्य विधाता माना जाता है और जब वे ही भुखमरी, आत्मदाह और आत्महत्या करने को विवश हो जाएं तब आप उस देश की खेती और किसानों के बारे में अंदाज़ा लगा सकते हैं। यह तय है कि जैसे-जैसे...
View ArticleWill India’s Distressed Farmers Vote For Modi In 2019?
The Union government has often cited its vision of ‘doubling farmers’ income by 2022’. In a joint effort with NITI Aayog, the centre has drafted a framework to achieve this ambitious target....
View ArticleDemonetisation Was A Bad Decision And Here’s Why I Think It Failed Miserably
Nirav Modi once again is at the centre of public discourses. One of the articles the I read recently, mentioned how he helped few Bollywood celebrities and politicians to buy jewellery after Centre...
View ArticleSabarimala Temple Verdict Is Progressive And Will Have Long-Term Impact
Last month, the Supreme Court gave its verdict in the Sabarimala Temple case and allowed women of all ages to enter the temple. The five-judge constitutional bench pronounced 4:1 majority verdict, with...
View Article“सुशासन बाबू कहलाने के लिए और भी मुद्दे हैं, फिर शराबबंदी ही क्यों?”
माननीय सुशासन बाबू , मैं बिहार के मुज़फ्फरपुर ज़िले से हूं और इन दिनों पढ़ाई के सिलसिले से बाहर आया हूं। मैं जब भी अखबारों में बिहार या अपने शहर से जुड़ी कोई खबर पढ़ता हूं, उन खबरों में शराबबंदी को...
View Article“सीजी पीएससी के नियम और सिलेबस में बदलाव छात्रों के साथ धोखा है”
छत्तीसगढ़ की राज्य सेवा परीक्षा में बड़ी गड़बड़ियां हैं जो राज्य बनने के बाद से आज तक बरकरार है। शुरुआत से ही लोक सेवा आयोग में आन्तरिक अनियमितताएं थीं जिस कारण नियमित परीक्षा और समय से भर्ती का काम नहीं...
View ArticleInstead Of Informing Public About Rafale Deal, Politicians Are Involved In...
India entered into Rafale deal to transform its air strength with advanced fighters. Its old stock of Lockheed Martin F-16, Saab’s Gripen, the Eurofighter Typhoon, Boeing F/ A-18 E/F Super Hornet, and...
View Articleक्षेत्रवाद के नाम पर हिंसा फैलाने वालों को राजनीतिक शह क्यों प्राप्त होती है?
उस मुल्क की कल्पना कितनी भयावह होगी जहां भीड़ ही न्याय और कानून को संचालित करने की संस्था बन जाए। भीड़ ही सत्ता और न्यायिक तंत्र के समानांतर खड़ी हो जाए। लोकतंत्र को अधिग्रहित करने से लेकर संविधान की...
View Articleराजनीतिक पार्टियां कुछ नेताओं को सिर्फ ज़हर उगलने के लिए क्यों रखती है?
कहते हैं किसी हथियार से लगी हुई चोट का ज़ख्म दवा से ठीक कर सकते हैं लेकिन किसी के ज़ुबान से निकले ज़ख्म को भरा नहीं जा सकता। इसलिए हर किसी को यही समझाया जाता है कि कोई भी ऐसी बात ना बोलें जिससे किसी को...
View Article