पारदर्शिता की बात करने वाले राजनीतिक दल RTI से दूर क्यों रहना चाहते हैं?
यह बात भले ही खराब लगे लेकिन इससे इंकार नहीं किया जा सकता है कि भारतीय चुनावी दुनिया काले पैसे से चलने वाली सबसे बड़ी गतिविधि है, जो लोकतंत्र की साख को बट्टा लगाती है। अफसोस इस बात का है कि मुख्यधारा...
View Articleआतंकवाद के फर्ज़ी केस में जेल जाने वाले युवकों की कहानी
सभी दलों ने चुनावी वायदे जारी कर दिए हैं लेकिन किसी भी दल ने यह नहीं कहा कि आतंकवाद के नाम पर अपनी ज़िंदगी के कीमती 10, 15 , 20 साल जेल में बर्बाद करने के बाद अगर किसी आरोपी को बरी किया जाता है तो...
View ArticleNyay Vs. Josh: This Is What The Country’s Leaders Think Of The Youth
Chances are you’ve been reading everywhere how this is an important election – where 900 million voters are expected to decide whether their daily life is governed by a group of people who have...
View Articleनरेन्द्र मोदी को फिर से PM बनते क्यों देखना चाहते हैं इमरान खान?
मैं हमेशा से मानता रहा हूं कि कूटनीति में पाकिस्तान का कोई जवाब नहीं है। वह 1965 की लड़ाई मैदान में हार जाता है लेकिन बातचीत की मेज़ पर जीत जाता है। इन सबके बीच हमारे प्रधानमंत्री बेहद संदेहास्पद...
View Articleइन वजहों से संसद में महिलाओं को नहीं मिल पाती है उचित नुमाइंदगी
भारत माता की जय कहने वाले देश की महिलाओं को संसद में उचित नुमाइंदगी भी नहीं दे पाते हैं। तमाम वादों और जुमलेबाज़ी के बीच 16वीं लोकसभा भी आई और चली गई लेकिन अपने साथ छोड़ गई एक सवाल, “महिलाओं की...
View ArticleWhy Are Umar Khalid And Anirban Bhattacharya Missing From Kanhaiya Kumar’s...
These days, the flights from Delhi to Patna are very crowded. A group of intellectuals, social workers and star campaigners, on invitation, are reaching the land of Begusarai to cheer and extend...
View Article“सुकून है इस बार बीजेपी हो या कॉंग्रेस मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है”
लोकसभा 2019 चुनाव का पहला चरण पूरा हो गया। ठीक उसके पहले सभी पार्टियों ने अपने-अपने घोषणा पत्र में अपने वादों को जनता के सामने रखा है। गौर करने वाली बात यह है कि दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के घोषणा पत्र...
View ArticleThe Sorry State Of Manual Scavengers Didn’t Find A Mention In BJP’s Manifesto
Election season is here and all the parties are out with their manifestos. In such times, the manifesto of the party in power becomes a special attraction for voters and oppositions. Therefore, in...
View Articleभारत में फासीवाद के लगातार पैर पसारने के सबूत
फासीवाद का जब भी ज़िक्र किया जाता है, तो दो नाम सबसे पहले ज़ुबां पर आते हैं। एक हिटलर और दूसरा मुसोलिनी। 1940 के दशक में हुए विश्व युद्ध में इसी फासीवाद के कारण डेढ़ करोड़ से अधिक लोग मारे गए थे। उस युद्ध...
View ArticleHighway Ban In Kashmir Has Made The Lives Of Civilians Miserable
Image Via Getty On 3 April 2019, the Jammu Kashmir government, currently headed by Governor Satya Pal Mallik, issued an order banning civilian vehicular traffic on the highway in Kashmir stretching...
View Article“क्या पत्थरबाज़ों के ज़रिये आतंकवादी अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं?”
इस लेख के माध्यम से पहले मैं आपको स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि मैं किसी भी राजनीतिक दल या पार्टी से वास्ता नहीं रखता हूं। मैं भी आप सभी की तरह एक भारतीय नागरिक हूं। आजकल, जब हमारे आस-पास हो रही...
View Article“मीडिया को कॉरपोरेट मुक्त बनाना होगा ताकि झूठे खबरों का उत्पादन ना हो”
अब दंगे उग्रवादी बहुसंख्यकवादी संगठन नहीं चलाते। उन्होंने यह काम संचार तंत्र को आउटसोर्स कर दिया है क्योंकि एक हिंसक नाज़ी मीडिया का मॉडल हिंदुस्तान में खड़ा है। यह पूंजीपतियों द्वारा संचालित होता है और...
View ArticleHow Effective Is The Model Code Of Conduct In An Election With Communal...
Political leaders are desperate to win the elections in 2019. Every limit has been crossed regarding the content of their speeches. Leaders are threatening minorities and openly giving communal...
View Articleचाय की चुस्कियों में उत्तर भारत के आम गाँवों की परिकल्पना
चैत्र के आगमन से जन-मन प्रसन्न है। खेतों ने स्वर्ण अनाज दिए हैं और सूर्य उच्च तेज़ को प्राप्त कर रहा है। महिलाएं रामनवमी का उत्सव मना रही हैं। खेतों में गुल्ली-डंडा खेलते बच्चे चौपालों में...
View Articleवे तीन चीज़ें जिन्हें राजनेताओं को त्यागने की ज़रूरत है
राजनीति को आज लोग सबसे ज़्यादा बुरी नज़रो से देखते हैं। इसका स्तर इतना गिर गया है कि किसी के नाम के आगे नेता लगते ही उसे भ्रष्ट मान लिया जाता है। सब इसे कीचड़ बोलते हैं और राजनीतिक दलों पर लोगो का...
View ArticleTheatrical Politics: Playing To The Gallery
Gallery, conventionally defined as the segment who buys the exaggerated version of a product, has always been a factor which makes or breaks a film. Especially, in Indian Cinema, where the gallery is...
View ArticleManifestos 2019: Cracking The Economic Enigma(s)
Note: This is the third article in a series of articles called #ManifestoMusings, based on the manifestos of the Bharatiya Janata Party and Indian National Congress for the Indian General Elections...
View Article“रवीश कुमार, कन्हैया पर आपका शो, रिपोर्ट कम प्रचार ज़्यादा था”
मैं हमेशा से रवीश कुमार की पत्रकारिता का कायल रहा हूं। चाहे वो UPA सरकार हो या वर्तमान NDA की सरकार, रवीश कुमार की पत्रकारिता हमेशा विश्वसनीय रही है। मैं ही क्यों देश का हर वह स्टूडेंट, जो आगे जाकर...
View Article8.3 करोड़ मतदाताओं के लिए वायु प्रदूषण चुनावी मुद्दा क्योंं नहीं है?
कुछ महीनों बाद सर्दी के गुनगुने माहौल में किसानों के पराली जलने के बाद, प्रदूषण की समस्या अचानक से मुख्यधारा की मीडिया के लिए बहस का मुख्य मुद्दा बनने वाली है। इसके लिए तमाम राजनीतिक दलों ने अपने...
View Article“मोदी जी से मीडिया के प्रश्नों को देखकर लगता है BJP के दो कार्यकर्ता बात कर...
कहा जाता है कि जिस देश में मीडिया सत्ता से सीधे सवाल पूछ रही हो, उस देश का लोकतंत्र मज़बूत होता है लेकिन इस बात से हम इस निष्कर्ष तक नहीं पहुंच सकते कि भारत में मीडिया की वजह से लोकतंत्र कमज़ोर हुआ...
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